parenting tips: ऐसे बच्चे स्वभाव से काफी चुलबुले होते हैं और उनका दिमाग किसी भी एक चीज में ज्यादा देर तक स्थिर नहीं रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे आप कुछ टिप्स को फॉलो करके इस तरह के बच्चों को शा

Tips to handle a hyperactive child: अगर आपको भी लगता है कि आपके बच्चे का स्वभाव बाकी बच्चों की तुलना में बेहद चुलबुला और शैतान है। उसकी शैतानियां कई बार इतनी बढ़ जाती हैं कि आपको स्कूल की टीचर से भी बात सुननी पड़ जाती है। तो टेंशन छोड़ आपने हाइपर एक्टिव बच्चे को डील करने के लिए अपनाएं ये उपाय। हाइपर एक्टिव यानी अत्यधिक सक्रिय बच्चों का घर में होना किसी छोटे तूफ़ान से निपटने से कम नहीं होता, क्योंकि ऐसे बच्चे स्वभाव से काफी चुलबुले होते हैं और उनका दिमाग किसी भी एक चीज में ज्यादा देर तक स्थिर नहीं रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे आप कुछ टिप्स को फॉलो करके इस तरह के बच्चों को शांत कर सकती हैं।
एनर्जी का करें सही इस्तेमाल-
चुलबुले बच्चों में मौजूद एक्ट्रा एनर्जी को बैलेंस करने के लिए उन्हें हमेशा किसी ऐसी गतिविधि में व्यस्त रखें, जिसमें उनकी शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को सही दिशा मिला सके। इसके लिए उसे डांस, खेल-कूद से संबंधित चीजें जैसे-दौड़ना, बास्केटबॉल, क्रिकेट या स्विमिंग और बॉल को बाउंस कराने, बोर्ड गेक्वस खेलने और पहेलियां सुलझाने जैसी गतिविधियों से जोड़ना काफ़ी अच्छा साबित हो सकता है।
शांतिमय संगीत-
संगीत से आप कई समस्याएं ठीक कर सकते हैं। इस विष्य में भी हल्के, मेडिटेटिव या क्लासिकल संगीत सुनने से मदद मिल सकती है। इस तरह के बच्चों के सामने मेटल या हार्ड रॉक म्यूज़िक बचाने से बचें। कुछ बच्चों पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। अगर आपका बच्चा म्यूज़िकल इंस्ट्रुमेन्ट्स बजाने की उम्र का हो चुका हो तो उसे इस दिशा में प्रोत्साहित करें।
गैजेट्स का प्रयोग करें सीमित-
टीवी, प्ले-स्टेशन्स, विडियो गेम्स, मोबाइल फोन और कम्प्यूटर्स का बहुत ज़्यादा प्रयोग उन्हें सामान्य आचरण के प्रति गलत संकेत देते हैं, जिससे उनकी हाइपर एक्टिविटी और बढ़ जाती है। इन सब चीजों की जगह उन्हें बाहर हरे-भरे वातावरण में ले जाएं। जिससे उनका दिमाग शांत रहेगा।
शक्कर को करें कंट्रोल –
बच्चों के खानपान पर नजर रखना बेहद जरूरी है। खासतौर पर बच्चा सुबह और रात को सोने से पहले क्या खा रहा है, इसका ध्यान जरूर रखें। इसका सीधा संबंध बच्चे के दिमाग से जुड़ा हुआ होता है। ऐसे में डाइट में अत्यधिक शक्कर का सेवन बच्चे की हाइपर एक्टिविटी को और बढ़ा सकती हैं। अतः एयरेटेड ड्रिंक्स, जंक फ़ूड्स, जैसे-पिज़्ज़ा, बर्गर और आइस क्रीम्स के अधिक सेवन पर रोक लगाएं।
मसाज करें-
मुलायम शारीरिक स्पर्श और स्नेहपूर्ण आवाज ऐंडॉर्फ़िन्स को उत्तेजित करने का अच्छा तरीका है, जो कि शांतिदायक और उपचारात्मक साबित हो सकता है। यदि अत्यधिक सक्रिय और अनियंत्रित बच्चे को शांत करना चाहती हैं तो उन्हें प्यार से पास बुलाएं और उनके माथे, आंखों, हाथ, पैर या पीठ को हल्के से मसाज करें।
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