Soybean Price Falls:सोयाबीन के दामों में हो सकती 600रूपये प्रतिक्विंटल तक गिरावट,आने वाले समय में सोयाबीन की कीमतों में गिरावट का रुख देखने को मिल सकता है. जानकारों के मुताबिक इंदौर में सोयाबीन का भाव 4 महीने के निचले स्तर तक लुढ़क चुका है और उसमें लगातार गिरावट का रुझान बना हुआ है. यहां पर सोयाबीन अभी 6,625 रुपये के आस-पास कारोबार कर रहा है. यहां से गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है. इसका भाव 6000 और 6200 रुपये के निचले स्तर तक आ सकता है. कमोडिटी रिसर्चर तरुण सत्संगी के मुताबिक सोयाबीन की कीमतों में तेजी का रुझान तभी बनेगा, जब भाव 7,310 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर टिकना शुरू हो जाएगा. हालांकि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह कठिन दिखाई पड़ रहा है।

सत्संगी ने कीमतों में कमी के रुझान की वजह बताई है. उनका कहना है कि क्रूड सोयाबीन ऑयल और सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क (Import Duty) को खत्म कर दिया गया है. इंडोनेशिया और मलेशिया से क्रूड पाम ऑयल (सीपीओ) और पामोलीन की ज्यादा सप्लाई की उम्मीद है. मिलर्स और स्टॉकिस्ट की ओर से सोयाबीन की कमजोर मांग के अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमतों में कमजोरी ने भी सोयाबीन के प्राइस सेंटिमेंट को प्रभावित किया है।
सोयाबीन तेल के क्या रहेंगे भाव
ओरिगो ई-मंडी के असिस्टेंट जनरल मैनेजर (कमोडिटी रिसर्च) सत्संगी ने बताया कि इंदौर में रिफाइंड सोया तेल का भाव (Soybean Oil Price) फिलहाल 1,550 रुपये प्रति 10 किलोग्राम के आस-पास कारोबार कर रहा है. हालांकि मंगलवार को रिफाइंड सोया तेल का भाव ढाई महीने के निचले स्तर 1,538 रुपये तक लुढ़क गया था।
उनका कहना है कि रिफाइंड सोया तेल की कीमतों में सीमित दायरे से लेकर कमजोरी के रुझान के साथ कारोबार की संभावना है और शॉर्ट टर्म में रिफाइंड सोया तेल में 1,538-1,500 रुपये का स्तर दिखाई पड़ सकता है. सरसों तेल (Mustard Oil) और सीपीओ की तुलना में सोयाबीन के भाव में असमानता होने से सोयाबीन तेल की मांग कमजोर रहेगी।
केंद्र सरकार का बड़ा बयान
केंद्र सरकार ने सालाना 20-20 लाख टन क्रूड सोयाबीन ऑयल और सूरजमुखी तेल के आयात पर सीमा शुल्क और कृषि सेस को मार्च 2024 तक खत्म कर दिया है. वित्त मंत्रालय की ओर जारी अधिसूचना के अनुसार सालाना 20 लाख टन कच्चे सोयाबीन और सूरजमुखी तेल पर वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 में आयात शुल्क नहीं लगाया जाएगा.
इस निर्णय के साथ 5 फीसदी प्रभावी सीमा शुल्क और उपकर को शून्य कर दिया जाएगा. वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 में कुल 80 लाख टन क्रूड सोयाबीन ऑयल और क्रूड सूरजमुखी तेल के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी जाएगी. निर्यात प्रतिबंध हटाने के इंडोनेशिया के हाल के फैसले के साथ ही केंद्र सरकार के ताजा फैसले से इस महीने शॉर्ट टर्म करेक्शन के मोड में चल रहे खाद्य तेलों की कीमतों में और कुछ नरमी आएगी।
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