Success Story: मिलिए डॉ. रोमन सैनी के बारे में आज कौन नहीं जानता राजस्थान के कोटपुतली का एक युवा, तेज-तर्रार और महत्वाकांक्षी लड़का, जिसने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी की सिविल सर्विसेस परीक्षा 2013 में 18वीं रैंक हासिल की
रोमन पेशे से डॉक्टर, सिविल सेवक, उद्यमी और एक इंजीनियर पिता के सबसे छोटे बेटे हैं. उनकी मां गृहिणी हैं. रोमन जब 16 साल के थे, तब उनका 2008 में AIIMS में MBBS के लिए चयन हुआ था. वह छात्रों की तैयारी में मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. बहुत प्रतिबद्ध हैं। यहां तक कि अपने इंटरव्यू के दौरान भी वह अपना लैपटॉप लेकर आते हैं।
Success Story: हालांकि, अब आपको ऐसा लग रहा होगा कि उन्होंने यूपीएससी की तरफ क्यों रुख किया. दरअसल, सिविल सेवा के लिए उनकी तैयारी के पीछे भारतीय गांवों की स्थिति थी. उन्होंने महसूस किया कि राष्ट्रीय राजधानी के पास के गांवों में भी लोगों को सरकारी संस्थानों और उनके निहित अधिकारों के बारे में बहुत कम जानकारी है. इससे उन्हें समाज के गरीब और वंचित वर्ग के लिए काम करने की प्रेरणा मिली और इसी को देखते हुए उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया.

Success Story: उन्होंने अपनी तैयारी तब शुरू की जब वे ग्रेजुएशन के 5वें सेमेस्टर में थे. वे परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित रूप से 6-7 घंटे पढ़ा करते थे. उन्होंने UPSC प्रीलिम्स परीक्षा 2013 के अपने पहले ही प्रयास में 400 में से 309 अंक प्राप्त किए थे.
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Success Story: रोमन सैनी की स्कूली शिक्षा जयपुर में हुई जहां उन्होंने 10वीं कक्षा में 85% और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 91.4% अंक प्राप्त किए थे. इसके बाद उन्होंने एम्स में एडमिशन लिया जहां से उन्होंने 62% के साथ एमबीबीएस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. बता दें कि यूपीएससी परीक्षा में अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने मेडिकल साइंस को अपने Optional Subject के रूप में चुना और अपने क्लास नोट्स और इंटरनेट पर भरोसा किया.