Singrauli Political News: नगर परिषद चुनाव के बाद छिन सकता है अध्यक्षी का ताज ? शोशल मीडिया पर हो रही किरकरी
अनोखी आवाजः- अपनी कार्यप्रणाली से हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल (Bjp Singrauli jilaadhyaksh Virendra Goyal) के सर से जल्द ही अध्यक्षी का ताज छिनने वाला है,ऐसा हम नही बल्कि प्रदेश के वरीष्ठ नेताओं के संकेत बता रहे है। बहरहाल इन्हें हटाने को लेकिन राजनीतिक पंडितो का दावा है कि नगर परिषद बरगवां व सरई (Bargwan & Sarai ) के परिणाम आने के बाद पद मुक्त कर दिया जाएगा।

Singrauli Political News:-लेकिन फिलहाल भाजपा जिलाध्यक्ष विवादो मे चल रहे है क्योंकि उन्होंने नगर परिषद चुनाव मे विवादित चेहरो को चुनावी मैदान मे ऊतारा है। ज्ञात हो कि नगर पालिक निगम महापौर प्रत्याशी के हार के बाद सबसे बड़ा जिम्मेदार वीरेन्द्र गोयल (Virend Goyal) को ही ठहराया गया था ऐसे मे एक बार पुनः श्री गोयल विवादो मे है।विवादो मे आने की मुख्य वजह है टिकट वितरण ।भाजपा ने नगर परिषद बरगवां मैं टिकट दिया है उसमें ज्यादातर चेहरों का विवादों से गहरा नाता रहा है।
ये है विवादित चेहरे
Singrauli Political News:-नगर परिषद बरगवां से वार्ड क्रमांक 1 से मकरध्वज सिंह को मैदान मे ऊतारा है जिनके ऊपर आरोप है कि प्रधानमंत्री आवास का लाभ उठाकर भाड़े पर दिये है इतना ही नही आरोप तो यह भी है कि शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा कर कर मिल संचालित कर रहे है
वही विवादित चेहरो मे दूसरे स्थान पर है, वार्ड क्रमांक 2 की अर्चना वियार। ज्ञात हो कि बिते 2 वर्ष पूर्व अवैध रेत परिवहन कर रहे ट्रैक्टर पकडे जाने पर खुलेआम अधिकारी को धमकाते नजर आई थी वही समूचे ब्राहृमण समाज को भी मां बहन की गाली दी थी। जिसका वीड़ियो शोशल मीडिया पर वायरल हुआ था हलांकि बाद में मामला गर्म होता देेख माफी भी मांग ली थी।

Singrauli Political News:-वही तीसरे चेहरे की बात करें तो रितेश शाह जिनको वार्ड क्रमांक 11 से पार्षद के लिए भाजपा ने मैदान मे उतारा है श्री शाह के ऊपर बताया जाता है कि बरगवां थाने मे चेक बाऊंस मामले मे गिरफ्तारी हुई थी, और इतना ही नही शिक्षा के क्षेत्र मे फर्जी मार्कशीट बनाने जैसे कई गंभीर आरोप है जो शोशल मीडिया मे चल रहे है।
चुनाव के बाद छिन जाएगी अध्यक्षी ?
Singrauli Political News:-विवादो से घिरे भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल की अध्यक्षी पर लगातार संकट के बादल मड़राते आ रहे है लेकिन हवाओं के रूख ने इन घनघोर घटाओं का रास्ता कुछ समय के लिए मोड़ दिया था।लेकिन अब संकट के बादल बरसने वाले है। सूत्रों की माने तो बरगवां और सरई नगर परिषद चुनाव के 1-2 दिन बाद ही इनके सर से अध्यक्षी का ताज छिन लिया जाएगा? चर्चा तो यह है कि स्थानीय स्तर पर नेताओं को मैनेज कर लिए, अब प्रदेश स्तर के नेताओ को कैसे मैनेज करेगें?
