Singrauli-उपाध्याय के खिलाफ बडें आन्दोलन की बन रही रणनीति,पीएम आवास आबंटन में बडा घोटाला
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सिंगरौली Singrauli। लाखों करोडों की सम्पत्ती होने के बाद भी उपाध्याय जैसे लोग गरीबों के हक पर डाका डालने का काम कर रहें है। ऐसा इसलिए क्योंकि पीएम मोदी ने जिस मंशा के साथ पीएम आवास निर्माण की स्वीकृति दी थी उस पर नगर पालिक निगम के अधिकारियों ने पानी फेर दिया इतना ही नहीं अपनी घर की खेती समझकर जमकर बंदरबांट की और अपने अमीर रिश्तेदार को गरीब दिखाकर अय्याशी के लिए मकान आबंटित कर दिये। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है । जहां सूत्र बताते है कि नगर पालिक निगम के अधिकारी व्हीपी उपाध्याय जिनका पद लिखना उचित नहीं होगा क्योंकि इनके पास वर्तमान में दर्जनों प्रभार है इन्होनें अपने रिश्तेदारों को पद का दूरूपयोग करके पीएम आवास आबंटित किया है। हलांकि उन रिश्तेदारों में कौन-कौन शामिल है यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन जानकार बताते है कि 2 मकान आबंटित किये गये है जिसमें एक इनके पत्नि की बहन यानि साली के नाम से है और दूसरा पत्नि के भाई यानी साले के नाम पर। जिनका नाम संदीप मिश्रा और प्रभा मिश्रा बताया जा रहा है। हलांकि पूरे मामले की सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल उपाध्याय की चहुँओर थू-थू हो रही है और कार्यवाही करने की बात उठ रही है।
Singrauli अपात्र को बनाया पात्र..?
अपनी मनमानियों के सुर्खियों में बने रहने वाले व्हीपी उपाध्याय की परत दर परत पोल खुलती जा रही है। ऐसे में जब से पीएम आवास में हुए घोटाले का मामला संज्ञान में आया है तब से उपाध्याय भी लगातार सुर्खियों में है। सूत्र बताते है कि जब ये पीएम आवास के प्रभारी थे उस समय ये जमकर मलाई काटे इतना ही नहीं अपात्र लोगों को पात्र बनाकर आवास आबंटित कर दिये..? और अपने दो रिश्तेदारों को भी पीएम आवास योजना का लाभ दिया। हलांकि जानकार बताते है कि मामले की यदि गंभीरता से जांच की जाए तो उपाध्याय के अन्य कारनामें की भी पोल खुल सकती है।
Singrauli कलेक्टर से कार्यवाही की उम्मीद
पीएम आवास आबंटन में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए आरके जैन को निलंबित कर दिया गया, लेकिन आम जनमानस में चर्चा है कि श्री जैन को षडयंत्रपूवर्क कार्यवाही करवाई गयी क्योंकि खुद को बचाने के लिए जिम्मेदारों ने जैन को बली का बकरा बनाया। हलांकि उक्त बातों में कितनी सच्चाई है यह तों जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन पीएम आवास आबंटन में व्हीपी उपाध्याय की अहम भूमिका है। ऐसे में उपाध्याय की कार्य प्रणाली को लेकर आम जनमानस में आक्रोश व्याप्त है और बडे आन्दोलन की तैयारी हो रही है। इसलिए जिला कलेक्टर राजीव रंजन मीणा से कार्यवाही की उम्मीद है।
शेष अगले अंक में- नीरज द्विवेदी के साथ