धीरे-धीरे पार्टी से किनारे हो रहे युवा, नीरज पांडेय सहित कईयों ने दिया इस्तीफा
अनोखी आवाज़। भारतीय जनता पार्टी से धीरे-धीरे युवाओं का मोह भंग होता दिख रहा और इसकी शुरुआत सीधी जिले से हुई है। हर दिन एक एक विकेट गिरते जा रहा है और पार्टी के नेता है कि युवाओं को मनाने के बजाय नजरअंदाज करते दिख रहे हैं। ज्ञात हो कि बीते कुछ दिनों पहले युवा नेता ज्ञानेंद्र अग्निहोत्री ने पार्टी को अलविदा कह दिया और अब महीने भर नहीं बीते की युवा नेता पार्टी पर कथनी और करनी में भेद बता कर पार्टी से अलविदा कह रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला मंत्री रहे नीरज पांडये ने बीते दिवस पत्रकार वार्ता का आयोजन कर अपनी व्यथा सुनाई और भाजपा सहित वरिष्ठ नेताओं की भी पोल खोल दी। श्री पांडये ने बताया कि मैं बीते 2-3 वर्षों से पार्टी व नेताओं द्वारा उपेक्षित किया जा रहा हूं अब संगठन में कार्यकर्ता नहीं बल्कि चाटूकारों की आवश्यकता है। जो नेताओं की परिक्रमा करते रहे । ऐसे में मैं भारी मन से दुखी होकर भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से अलविदा कहता हूं।

भाजपा की कथनी-करनी में अंतर
भारतीय जनता पार्टी जिला सीधी में कार्यकर्ताओं का असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है हर दिन कोई न कोई युवा सोशल मीडिया के माध्यम से अपना त्यागपत्र दे रहा है। ऐसे में भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्रशरण सिंह चौहान के सामने बड़ी चुनौती है कि इन युवाओं को कैसे रोका जाए। क्योंकि पार्टी को अलविदा कहने वाले युवाओं का साफ तौर पर आरोप है कि भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है ।इतना ही नहीं कईयों ने तो यहां तक भी आरोप लगाया कि पार्टी नेता व जनप्रतिनिधि फोन तक नहीं उठाते कोई मुश्किल पड़ जाए तो अकेले लड़ना पड़ता है। ऐसे में भाजपा जिला अध्यक्ष की लगातार मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं और संगठन इन युवाओं को कैसे संतुष्ट करता है यह तो देखने वाली बात होगी।
भाजयुमो अध्यक्ष की घोषणा के बाद बड़ा असंतोष
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार द्वारा बीते दिवस सीधी जिले के अध्यक्ष के लिए घोषणा हुई, घोषणा के बाद अपेक्षा लगाए बैठे दर्जनों कार्यकर्ताओं जो लगातार पार्टी की रीतियों नीतियों को जनता तक पहुंचाते रहे और हर मोर्चे पर पार्टी के साथ खड़े रहते हैं। लेकिन अचानक उन्हें उपेक्षित कर पार्टी ने दूसरे को मौका दिया। लिहाजा आक्रोशित युवा पार्टी को अलविदा कहने में ही भलाई समझने लगे।लिहाजा जिला मंत्री नीरज पांडये के साथ अरुण प्रताप यादव, बबलू सिंह परिहार, पीयूष पांडये सहित कई युवाओं ने अलविदा कह दिया।