Nityananda : भारत के मोस्ट वांटेड ढोंगी बाबा नित्यानंद एक बार फिर से सुर्खियों में है। आज हम चर्चा करने वाले है कि तमिलनाडु के तिरुवन्नामलई शहर में जन्मा एक साधारण सा लड़का राजशेखर, कैसे बना भगोड़ा बाबा नित्यानंद ? कुछ साल पहले तक धर्म गुरू के रूप में भारत में नित्यानंद के नाम का सिक्का चलता था। लेकिन जब से पाखंडी बाबा नित्यानंद पर यौन शोषण और किडनैपिंग के आरोप सिद्ध हुए है तब से बाबा फरार है, जिसके बाद से पुलिस और इंटरपोल उसकी खोज में है।
Nityananda :भगोड़े बाबा नित्यानंद के बारे में कहा जाता है कि उसने दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप में इक्वाडोर के पास एक नया देश बसा लिया है। जिसका नाम ‘कैलासा’ रखा है। यहां उसके शिष्य और अनुयायी रहते है। इस कथित देश में नित्यानंद की सरकार चलती है और उसकी सेना भी है। बता दें दुनिया के अन्य देशों में भी बाबा नित्यानंद के अच्छे-खासे फॉलोअर्स है जिनके लिए बाबा ने इस नए देश की वेबसाइट भी बनाई है। जिसमें कैलासा को हिंदू राष्ट्र बताया। साथ ही खुद को इस काल्पनिक देश का प्रधानमंत्री कहा है।

Nityananda :इस वेबसाइट में दिखाया गया है कि कैलासा देश की आबादी 2 करोड़ है और यहां, नित्यानंद की रिज़र्व बैंक ऑफ़ कैलासा की बनाई करेंसी चलती है। नित्यानंद ने अपने कथित देश के झंडे पर खुद की तस्वीर भी लगाई है। और कहा है कि कोई भी वीजा लेकर कैलासा आ सकता है और यहां रह सकता है। लेकिन बड़ी-ब़ड़ी डींगे हांकने वाले नित्यानंद द्वारा अब ये दावा किया जा रहा है कि उसके देश कैलासा को यूनाइटेड नेशन से मान्यता मिल गई है। इसीलिए कैलासा देश की प्रतिनिधि के तौर पर नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया संयुक्त राष्ट्र की जेनेवा मीटिंग में उपस्थित थी।
Nityananda :भारत का मोस्टवांटेड बाबा नित्यानंद ने बनाया खुद का अपना देश

मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विजयप्रिया ने मीटिंग में अपने संबोधन के दौरान भारत की बहुत आलोचना भी की है। जिसके बाद से ही ढोंगी और पाखंडी धर्मगुरु नित्यानंद और उसका कथित देश कैलासा पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है। भारत ने इस पुरे मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र संगठन ने इस विषय में सफाई देते हुए कहा, विजयप्रिया नित्यानंद ने एनजीओ प्रतिनिधि के तौर पर इस पब्लिक मीटिंग में भाग लिया था।
Nityananda :ऐसे में विजयप्रिया का वक्तव्य अप्रासंगिक है। हम इसकी निंदा करते है। हमें विजयप्रिया और नित्यानंद के काल्पनिक देश कैलासा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यूएन की वेबसाइट पर इस महिला का एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है। जिसमें देखा जा सकता है कि ‘कैलासा नित्यानंद परमशिवम द्वारा स्थापित हिंदुओं के लिए पहला संप्रभु देश है। जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म की 10000 स्वदेशी परंपराओं को फिर से जीवित करना हैं। इसमें आदि शैव स्वदेशी कृषि जनजातियां भी शामिल हैं।’
भगोड़े बाबा नित्यानंद ने इक्वाडोर के पास एक नया देश
भगोड़े बाबा नित्यानंद के बारे में कहा जाता है कि उसने दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप में इक्वाडोर के पास एक नया देश बसा लिया है। जिसका नाम ‘कैलासा’ रखा है। यहां उसके शिष्य और अनुयायी रहते है। इस कथित देश में नित्यानंद की सरकार चलती है और उसकी सेना भी है। बता दें दुनिया के अन्य देशों में भी बाबा नित्यानंद के अच्छे-खासे फॉलोअर्स है जिनके लिए बाबा ने इस नए देश की वेबसाइट भी बनाई है। जिसमें कैलासा को हिंदू राष्ट्र बताया। साथ ही खुद को इस काल्पनिक देश का प्रधानमंत्री कहा है।
संयुक्त राष्ट्र संगठन ने इस विषय में दी सफाई
Nityananda :मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विजयप्रिया ने मीटिंग में अपने संबोधन के दौरान भारत की बहुत आलोचना भी की है। जिसके बाद से ही ढोंगी और पाखंडी धर्मगुरु नित्यानंद और उसका कथित देश कैलासा पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है। भारत ने इस पुरे मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र संगठन ने इस विषय में सफाई देते हुए कहा, विजयप्रिया नित्यानंद ने एनजीओ प्रतिनिधि के तौर पर इस पब्लिक मीटिंग में भाग लिया था।