Mahatma Gandhi Ji’s Photos On Indian Currency Note: भारतीय नोटों पर क्यों छपी होती है महात्मा गाँधी जी की तस्वीर, जानिए इसके पीछे की असली वजह। महात्मा गांधी से जुड़ी कई बातें आप जानते भी होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हर रोज काम में आने वाली भारतीय मुद्रा पर महात्मा गांधी की ही तस्वीर क्यों छपी होती है और नोट पर छपी फोटो कहां से ली गई है. आइए जानते हैं भारतीय नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर से जुड़ी कई दिलचस्प बातें…
जानिए कब से शुरू हुए थे महात्मा गांधी की तस्वीर वाले नोट?
Mahatma Gandhi: भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार साल 1996 में महात्मा गांधी की तस्वीर वाले नोट चलन में आए थे. उसके बाद 5, 10, 20, 100, 500 और 1000 रुपये वाले नोट छापे गए. इस दौरान अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का फोटो और अशोक स्तंभ की फोटो नोट के बायीं तरफ निचले हिस्से पर प्रिंट कर दी गई.
किस जगह और कैसे होती थी इनकी तस्वीर
हालांकि 1996 से पहले 1987 में महात्मा गांधी की तस्वीर को वाटरमार्क के रुप में इस्तेमाल किया जाता था. जो कि नोट के बाईं तरफ दिखाई देते थे. हालांकि बाद में हर नोट में गांधी जी की तस्वीर छापी जा रही है.

साल 1993 में RBI ने की थी नोट पर महात्मा गांधीजी की तस्वीर छापने की सिफारिश
Mahatma Gandhi: एक आरटीआई में सामने आया था कि साल 1993 में आरबीआई ने नोट के दाहिनी तरफ महात्मा गांधी का चित्र छापने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी. हालांकि गांधी की फोटो पर कई बार बहस होती है कि उनके स्थान पर अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर क्यों नहीं छापी गई.
जानिए महात्मा गाँधी जी का ही नाम क्यों लिया गया?
Mahatma Gandhi: दरअसल हमारा देश विभिन्नताओं में एकता वाला देश है और महात्मा गांधी को राष्ट्रीय प्रतीक के रुप में माना जाता है. राष्ट्रपिता की उपाधि हासिल कर चुके गांधी उस वक्त राष्ट्र का चेहरा थे, इसलिए उनके नाम पर फैसला लिया गया. क्योंकि अन्य सेनानियों के नाम पर क्षेत्रीय विवाद हो सकता था. हालांकि इस सवाल को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है.
Mahatma Gandhi:भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की ही तस्वीर क्यों छपी होती है, जानिए वजह

RBI ने गांधी जी के बाद किसी भी राष्ट्रीय नेता की तस्वीर न छापने का फैसला लिया
हाल ही में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी लोकसभा में इसका जवाब दिया था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पैनल ने गांधी के स्थान पर अन्य राष्ट्रीय नेता की तस्वीर ना छापने का फैसला किया है, क्योंकि महात्मा गांधी से ज्यादा कोई भी व्यक्ति देश के स्वभाव का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता. बताया जाता है कि अगर किसी अन्य सेनानी या किसी निर्जीव वस्तु का चित्र छापा जाता तो देश के अलग अलग राज्य के लोग इस पर सवाल उठा सकते थे.

Mahatma Gandhi: जानिए गांधीजी की तस्वीर नोटों पर लगाने के पीछे की बड़ी वजह
अब आपको यह भी बता दें कि नोट पर छपने वाली गांधी की तस्वीर के पीछे क्या राज है. बता दें कि यह तस्वीर साल 1946 में खेंची गई थी और यह असली तस्वीर है. यह फोटो उस वक्त की है जब वो जब लार्ड फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस विक्ट्री हाउस में आए थे.