Madhya Pradesh News मुख्यमंत्री शिवराज ने बैठक मॉर्निग बैठक में जारी किया फरमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह श्योपुर जिले की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में एक बार फिर सीएम का मॉर्निंग एक्शन देखने को मिला है। बैठक में राशन वितरण में गलत जानकारी देने के कारण डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। गलत तथ्य पेश करने को लेकर सीएम ने पहले फटकार लगाई। इसके बाद कहा कि DSO को मैं अभी से सस्पेंड करता हूं।
Madhya Pradesh News दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से श्योपुर जिले की समीक्षा की। इस बैठक में तमाम अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, नल जल योजना, खाद्य विभाग और क़ानून व्यवस्था को लेकर चर्चा की। और इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज के तेवर सख्त नजर आए।
इस बैठक में सीएम ने DSO से राशन वितरण को लेकर डेटा मांगा। और DSO के गलत तथ्य पेश कर दिया। यह सुनकर पहले तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। इसके बाद DSO को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए कहा कि मैं अभी से सस्पेंड करता हूं , गरीबों तक सही तरीके से राशन पहुंचे ये हमारी जिम्मेदारी है।
Madhya Pradesh News : CM ने मॉर्निग बैठक में DSO को किया सस्पेंड ,फरमान राशन वितरण की गलत जानकारी देने पर

Madhya Pradesh News इसी कड़ी में बैठक में जनता की परेशानियों को लेकर सीएम सख्त नजर आए। अधिकारियों को दो टूक कहा कि मेरे पास जो शिकायतें हैं, उनमें उचित मूल्य की दुकान नियमित नहीं खुल रही है। राशन में गड़बड़ करने वाले को हम नहीं छोड़ेंगे। जल्द से जल्द ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें।
वहीं जल जीवन मिशन में भी काम की रफ्तार बढ़ाई जाए। अगर घटिया काम हुआ तो कलेक्टर जिम्मेदार होंगे। पीएम आवास योजना में पैसों की लेनदेन को लेकर सीएम ने सख़्त निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि जिनकी शिकायत आई है उनकी सेवा समाप्त की कार्रवाई की जाए।
Madhya Pradesh News बता दें कि राशन गड़बड़ी मामले में मुख्यमंत्री चौहान ने कमिश्नर को जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर को बुधवार शाम तक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पीएम किसान सम्मान और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना को लेकर कहा कि ये अंतर कम भी है तो क्यों हैं इसकी मुझे रिपोर्ट भेजें।
सीएम ने DSO से राशन वितरण को लेकर डेटा मांगा। और DSO के गलत तथ्य पेश कर दिया। यह सुनकर पहले तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। इसके बाद DSO को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।