दमोह के शराब कारोबारी के यहां आयकर विभाग का छापा, पानी की टंकी में छिपा रखे थे 3 करोड़ रुपये

मध्य प्रदेश के दमोह में शराब कारोबारी शंकर राय और उसके भाइयों पर मारे गए छापे में आयकर विभाग को बेहिसाब संपत्ति और करचोरी मिली है। शंकर राय के भाई संजय राय के पास 3 करोड़ और कमल राय के पास 2.5 करोड़ रुपये की राशि मिली है। इसके अलावा 3 करोड़ रुपये मूल्य के जेवराज मिले हैं। आयकर विभाग के अधिकारियों ने दस्तावेज जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
आयकर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त मुनमुन शर्मा के मुताबिक राय बंधुओं को छापे की कार्रवाई की भनक लग गई थी। इसी वजह से तीन करोड़ रुपये प्लास्टिक बैग्स में भरकर पानी की टंकी में छिपा दिए थे। आयकर विभाग के अधिकारियों को पानी की टंकी में उतरकर इन प्लास्टिक थैलियों से नगदी बरामद करनी पड़ी।
बेनामी संपत्ति अधिक
आयकर विभाग के अधिकारियों की माने तो छापे में सबसे अधिक बेनामी संपत्ति के दस्तावेज प्राप्त हो रहे हैं जिसमें शराब ठेकों का संचालन उनके स्वजनों द्वारा ना करते हुए अन्य कर्मचारियों के नाम से किए जाने संबंधी दस्तावेज, ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में अनेक बसें स्वजनों के नाम ना होते हुए कर्मचारियों के नाम पर होने तथा घर में उपलब्ध लग्जरी वाहन भी दहेज में प्राप्त होने जैसे दस्तावेज प्राप्त होने की जानकारी मिली है।
वहीं अभी तक तीन किलो सोने के जेवरात भी कार्रवाई के दौरान प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा साहूकारी से संबंधित अनेक लेनदेन के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। आयकर विभाग की टीम द्वारा लगातार ही जांच की जा रही है। इस संबंध में उनके पेट्रोल पंप, गोदाम एवं अन्य स्थानों पर भी जांच की जा रही है।
10 हजार रुपये का इनाम घोषित
इस संबंध में आयकर विभाग द्वारा राय बंधुओं से जुड़ी जानकारियों को उपलब्ध कराने वाले को 10 हजार रुप;s इनाम देने की घोषणा की है तथा उसका नाम गोपनीय रखे जाने की बात भी आयकर विभाग के अधिकारी कर रहे हैं।
गुरुवार सुबह करीब 5 बजे 50 वाहनों में करीब 100 आयकर अधिकारियों ने राय बंधुओं के यहां छापा मारा था। दिनभर चली कार्यवाही में 6 करोड़ रुपये नगद, तीन किलो सोना, जगुआर, ऑडी, लैंडरोवर जैसी 6 सुपर लग्जरी कारें मिली हैं। इनके कागजों की पड़ताल की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि राय बंधुओं ने बेहिसाब संपत्ति कहां से कमाई और टैक्स चोरी की या नहीं। प्राप्त जानकारी के अनुसार राय बंधुओं का शराब के साथ-साथ होटलिंग और परिवहन का भी व्यवसाय है। उनके पास कई बसें हैं और दमोह एवं आसपास पेट्रोल पंप का संचालन भी किया जाता है।