सिंगरौली : मीडिया कर्मियों के कैमरे को देख उप पंजीयक के कक्ष में दुबका युवक, उप पंजीयक की भूमिका संदिग्ध, कई महीने से है सक्रिय, जिला प्रशासन से कार्रवाई की उठने लगी मांग।
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M.K.S.की खास रिपोर्ट
जिला सिंगरौली में सूत्रों का कहना है कि उप पंजीयक दफ्तर में दूसरे जिले के लोगों का दबदबा है। आरोप है कि उप पंजीयक दफ्तर दलालों का अड्डा बना हुआ है। जहां उप पंजीयक की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है
आज एक युवक जब मीडिया कर्मी पहुंचे और युवक को कैमरे में कैद करने लगे उसे देख उप पंजीयक के कक्ष में दुबक गया। हालांकि उस दौरान उप पंजीयक नहीं थे।
दरअसल आरोप है कि कलेक्टोरेट भवन में उप पंजीयक दफ्तर दलालों का अड्डा बना हुआ है। यहां दूसरे जिले से लोग आकर दफ्तर के दस्तावेजों को खंगालते रहते हैं। इतना ही नहीं उन्हें बैठने के लिए बकायदे टेबल, कुर्सी व कम्प्यूटर उपलब्ध कराया गया है। हालांकि इनका वेतन
आउट सोर्स से भी नहीं किया जा रहा है। फिर सवाल उठ रहा है कि कार्यालयीन समय तक यहां क्यों डटे रहते हैं।
चर्चाएं यहां तक हैं कि यह सब कुछ उप पंजीयक के इशारे पर हो रहा है। इनका खर्चा खुराक साहब ही उठा रहे हैं। यदि ऐसा नहीं है तो नि:शुल्क सेवा देने की क्या जरूरत है। आज गुरूवार की शाम 4 बजे जब मीडिया
कर्मी युवकों से पूछताछ के लिए पहुंचे तो उन्हें देख उप पंजीयक के कक्ष में दुबकने लगा। फिलहाल उक्त पूरे मामले में उप पंजीयक की कार्य प्रणाली संदेह के घेरे में आ जा रहा है। उप पंजीयक दफ्तर में मची भर्रेशाही से त्रस्त कई गणमान्य नागरिकों ने कलेक्टर का ध्यान
आकृष्ट कराते हुए अनाधिकृत रूप से दफ्तर में कार्य करने वाले व्यक्तियों को बाहर कराये जाने की मांग की है।