IAS Niyaz Khan:आज हम चर्चा करने वाले है अपने बेबाक ट्वीट्स और हिन्दू धर्म के सपोर्ट में लिखी पुस्तकों को लेकर चर्चा में रहने वाले आईएएस नियाज खान के बारे में…. नियाज खान मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। नियाज पहले राज्य प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए और फिर वर्ष 2015 में प्रमोट होकर आईएएस बने हैं। अन्य आईएएस की तरह पूरे जिले की जिम्मेदारी निभाने और दिन रात अपराधियों के पीछे भागने के आलावा नियाज अपने साहित्यिक मिजाज के लिए भी जाने जाते है।
वे अब तक सात किताबें लिख चुके हैं। जिनमें से सर्वाधिक किताबें हिंदू धर्म से संबंधित है। वे हिंदू धर्म से काफी प्रभावित हैं।नियाज धर्म को लेकर रिसर्च कर रहे हैं। क्योंकि वे अपने धर्म की हिंसक छवि को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस्लाम के बदनाम होने के पीछे कई संगठनों की खराब छवि है। नियाज साहित्यक तौर पर गैंगस्टर अबू सलेम पर किताब लिखकर चर्चित हुए थे। वैसे तो आईपीएस नियाज खान अक्सर कई विवादों से जुड़े रहते हैं क्योंकि वे हर मुद्दे पर अपनी बात बिना किसी डर और बिना किसी झिझक के रखते रहे हैं।
IAS Niyaz Khan:लेकिन इस बार उनके सुर्खियों में होने की वजह थोड़ी बड़ी है… दरअसल नियाज खान ने हालही में अपनी एक नई किताब लिखी है। इसमें उन्होंने ब्राह्मणों की तारीफ करते हुए उनकी विशेषताएं बताई है। इस किताब का नाम ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ है। उन्होंने इस किताब का कवर पेज ट्विटर पर शेयर किया है। जिसके बाद से ही उन्हें अपने समुदाय के लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। मुस्लिम समुदाय लगातार उन पर आक्रमक हो रहा है। क्योंकि अपनी नई किताब के बारे में कहा की मैंने अपने नए नॉवेल ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ में ब्राह्मणों के हजारों साल के इतिहास का अध्ययन किया है, ताकि उनका वास्तविक मूल्य पता चल सके।
IAS Niyaz Khan: मुस्लिम समुदाय से होने के बाद भी ब्राह्मणों पर सर्वाधिक नॉवेल लिखने वाले IAS नियाज खान कौन हैं ?

IAS Niyaz Khan: 3 हजार सालों तक हिन्दू धर्म के पवित्र वेद ब्राह्मणों के पास थे। ब्राह्मणों के संरक्षण में ही भारत का गौरवशाली इतिहास, और संस्कृति सुरक्षित थी। मेरे हिसाब से ब्राह्मणों का आईक्यू लेवल बहुत अधिक होता है। इसलिए बिना किसी भेदभाव के उनका सम्मान करना चाहिए। मैं देखकर चकित हूं कि किस तरह महान ज्ञान यहां फला-फूला। प्राचीन ब्राह्मण संतों का आभार, जिन्होंने इसे मशाल की तरह जलाये रखा। लेकिन नियाज के ये शब्द कुछ कट्टर धरमालबियों को अच्छे नहीं लगे।
IAS Niyaz Khan:दुनिया में ब्राह्मणों से ज्यादा कोई बुद्धिमान नहीं
खान कहते हैं कि मैंने कई वेद और पुराण का अध्ययन किया है। ब्राह्मण समाज का 3000 साल का शानदार इतिहास रहा है। मैंने चाणक्य के बारे में भी बहुत पढ़ा है। इसके बाद ही मैंने ब्राह्मणों के इतिहास पर किताब लिखने का फैसला किया। इसके साथ ही दक्षिण और उत्तर भारत के ब्राह्मणों के बारे में भी अध्ययन किया है।
उनका मानना है कि दुनिया में अब तक तीन सबसे महत्वपूर्ण कम्युनिटी हुई हैं, जिसमें पाश्चात्य जगत के श्वेत, अरब के यहूदी और भारतीय उपमहाद्वीप में ब्राह्मण। एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में ब्राह्मणों से ज्यादा कोई बुद्धिमान नहीं है। आज के दौर में श्वेत और यहूदी पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए हैं, केवल ब्राह्मणों की पहचान भारत तक सीमित रह गई है, जबकि इनके वेदों को पूरे विश्व में पहुंचना था। दुर्भाग्य है कि दुनिया के हाई आईक्यू वाले ब्राह्मण अपने आप को भारत के बाहर की सीमाओं में स्थापित नहीं कर पाए।
कौटिल्य है किरदार
IAS Niyaz Khan:ब्राह्मणों पर किताब लिखने का उद्देश्य क्या है? इस सवाल के जवाब में खान ने कहा कि किताब कौटिल्य से प्रभावित है। किताब के मुख्य नायक व किरदार जूनियर कौटिल्य हैं, जो अमेरिका की एक बड़ी कंपनी का सीईओ है। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि ब्यूरोक्रेटिक है, लेकिन वह चाणक्य की बायोग्राफी पढ़ने के बाद सब कुछ त्याग देता है और साधारण कपड़ों में पूरे भारत में घूमता है, ताकि ब्राह्मणों को जगाया जाए। इस नायक ने यह बताने की कोशिश की है कि ब्राह्मणों का एक शानदार इतिहास रहा है और भौतिकतावाद आने के बाद उनकी क्या स्थिति हो गई है। ब्राह्मणवाद की परंपराओं को कैसे हाशिए पर लाया जा रहा है।

इंटर कॉस्ट मैरिज का एक चैप्टर
IAS Niyaz Khan:खान की किताब में इंटर कॉस्ट मैरिज का एक चैप्टर है, जिसको लेकर वे कहते हैं कि साइंटिफिक थ्योरी क्रॉस बीडिंग की है। इस पर फिलहाल ज्यादा नहीं बोल पाऊंगा। इसके लिए आपको किताब पढ़ना होगी, लेकिन साउथ अमेरिका इसका उदाहरण है, जहां 52% मिक्स मैरिज है। इसका परिणाम क्या हो रहा है। यह आपको दिख जाएगा।
आरएसएस प्रमुख का बहुत सम्मान करता हूं
IAS Niyaz Khan:मैं (मोहन) भागवतजी का बहुत सम्मान करता हूं। जब उन्होंने बयान दिया कि हम सब भारतवासी एक हैं और हमारा जीन एक ही है। तब मैंने सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लिखा था। रहा सवाल वर्ण व्यवस्था को लेकर उनके (मोहन भागवत) के बयान का, तो मैं इतना ही कह सकता हूं कि मेरी किताब ब्राह्मणों के शानदार इतिहास को लेकर है।