Health Tips: हाई ब्लड प्रेशर आज के समय में बहुत ही आम बीमारी हो गयी है। यह बीमारी सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर से ज्यादातर लोग जूझ हैं। ये अब लाइफस्टाइल से जुड़ी एक भयानक समस्या बन गया है। इसे समय से कण्ट्रोल कर लेना चाहिए। इसे वक्त रहते कंट्रोल नहीं किया गया तो यह शरीर में बहुत बड़ी बीमारी पैदा कर सकता है। यह बीमारी लोगो के शरीर में बहुत असर करता है।
इस बीमारी से लोगो का शरीर टूट जाता है। इस बीमरी से पीड़ित व्यक्ति अपनी डेली डाइट में कुछ बदलाव कर सकता है। इससे इस समस्या के असर को कम कर सकते हैं। इसे अच्छी तरह जानना बेहद जरूरी है। वार्ना हम इस बीमारी को कभी दूर नहीं कर पाएंगे।
Health Tips:यह लोगो के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। इसे जितना हो सके उतना कंट्रोल करना चाहिए वार्ना यह खतरनाक साबित हो सकता है। यह बहुत बड़ी बीमारी है। लोगो को स्वस्थ रहने की बहुत ज्यादा जरुरत है। यह लोगो के लिए बहुत जरुरी है की वे ब्लड प्रेशर को अच्छी तरह से कण्ट्रोल करके रखें। नहीं थो यह जान लेवा भी साबित हो सकता है।

जाने हाई ब्लड प्रेशर होता क्या है
Health Tips:यह बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है। इससे लोगो को सीधे हार्ट की प्रॉब्लम होने लगती है। हाई ब्लड प्रेशर में हृदय की रक्त बहाव पर गहरा दबाव बढ़ता है। तब ब्लड को शरीर के बाकी अंगों तक सप्लाई होने में ज्यादा प्रेशर लगाना होता है इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं। यह बीमारी सीधे हार्ट पर इफ़ेक्ट करता है। यह बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। इन लोगो को नमक कम खाने के लिए कहा जाता है। इसमें कई दवाई भी खानी पड़ती है।
जाने हाई ब्लड प्रेशर के क्या क्या लक्षण होते है
Health Tips:यह एक बहुत ही भयानक बीमारी होती है। लोगो को इस से बचने के लिए बहुत सारे बताये जाते है। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार है सिर दर्द, चक्कर आना और घबराहट होना इस के प्रमुख लक्षण हैं। जब शरीर में इस तरह के इशारे मिलने लगें तो लोगो को समझ जाना चाहिए कि यह बीपी के लक्षण हो सकते है। ऐसे लोगो को डॉक्टर से तुरंत सलह ले लेनी चाहिए। या डॉक्टर को एक बार दिखा देना चाहिए।
अक्सर ब्लड प्रेशर की बीमारी का पता चलता ही लोग एलोपैथिक दवाएं लेने लगते हैं। यह इलाज का सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। यह सेहत पर भी इफ़ेक्ट कर सकते है। एलोपैथिक दवाई ज्यादा खाने से कई बीमारी हो सकती है। जब की लोगो को पता है की इस बीमारी को देसी उपायों और खानपान से भी कंट्रोल किया जा सकता है।
कुछ घरेलु नुख्से अपनाकर भी ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करें
Health Tips: ऐसे कई नुख्से बताये गए है जिसकी मदद से बेपी को कंट्रोल किया जा सकता है। यह नुख्से शरीर में कुछ साइड इफ़ेक्ट नहीं करते है। इससे सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है।
आंवले की पत्तियों का रस ब्लड प्रेशर कम करने मे बहुत फायदेमंद होता है। ब्लड प्रेशर के मरीजों को रोजाना एक आंवला जरूर खाना चाहिए। इससे उनकी सेहत पर बहुत सुधार आता है। यह बहुत फायदेमंद होता है।
Health Tips:लहसुन बीपी के पेशेंट को रोज खाना चाहिए। इसमें एलीसीन होता है। यह एक बहुत ही अच्छा घरेलु नुख्सा है। जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ा देता है। इससे धमनियों और नसों पर पड़ने वाले दबाव कम हो जाता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
अलसी में पाया जाने वाला अल्फा लिनोलेनिक एसिड। शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह बीपी के पेशेंट के लिए एक वरदान से कम नहीं है। जो कि ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक रूप है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में यह बहुत फायदेमंद होता है। इसको खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है। हाई ब्लड प्रेशर से राहत मिलती है।
Health Tips: टिल का तेल बीपी पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। तिल के तेल में पाए जाने वाले सेसामिन और सेसामिनाल तत्व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। जो शरीर के लिए बहुत अच्छे होते है। इसका एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण ब्लड प्रेशर को कम करता है। यह बीपी के मरीज के लिए बहुत अच्छा होता है।
सहजन एक प्रकार की देसी सब्जी है। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कई पौष्टिक तत्व पाए जाते है। इसमें हाई प्रोटीन, विटामिन और खनिज तत्व होते हैं। यह सेहत हो स्वस्थ रखता है।
Health Tips: ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते है ये फ़ूड, जिससे शरीर को भी मिलते है फायदे
जाने कैसे किया जा सकता है बीपी को कण्ट्रोल
Health Tips:यह बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है। इसको कण्ट्रोल करने के लिए लोगो को हर दिन 30 से 60 मिनट तक वर्कआउट या एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। इससे हार्ट मजबूत होता है और शरीर में रक्तप्रवाह भी अच्छा होता है। जो की बीपी को कंट्रोल करता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि सप्ताह में 150 मिनट की एक्सरसाइज से ब्लड प्रेशरको कंट्रोल किया जा सकता है। हृदय से संबंधित बीमारियों का खतरा कम होता है। यह सेहत के लिए बहुत जरुरी है।