Hanuman Chalisa: बजरंग बली की आराधना के लिए हनुमान चालीसा सर्वाधिक प्रचलित स्तुति है। कहा जाता है कि जो भी इसका सौ बार पाठ कर लेता है, वह कारागार से भी छूट जाता है। प्रतिदिन इसका 51 बार पाठ करने वाले लखपति और करोड़पति बन जाते हैं। इसी वजह से देश के हर घर में बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों तक को हनुमान चालीसा कंठस्थ है।
Hanuman Chalisa:वास्तव में हनुमान चालीसा में मारुतिनंदन की स्तुति की गई है। इसके जरिए उनके प्रार्थना की जाती है कि वे भक्तों के समस्त कष्ट दूर करें। ज्योतिषी भी इसके अलग-अलग प्रयोग बताते हैं जिनसे फायदा भी होता है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि इसे पढ़ने का सही तरीका क्या है।
Hanuman Chalisa:जी हां, हनुमान चालीसा पढ़ने का भी एक तरीका है। यदि इस तरीके से पाठ किया जाए तो निश्चित रूप से बजरंग बली के दर्शन होते हैं। विधिवत और सही तरह से पाठ करने वाले भक्तों के समस्त कष्ट पल भर में दूर हो जाते हैं। अतः यदि आप भी अपने कष्ट दूर करना चाहते हैं तो सही तरह से पाठ करें। इस वीडियो में पंडित सुरेश पांडेय बता रहे कि किस तरह हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
Hanuman Chalisa:जानिए क्या है हनुमान चालीसा के पाठ का सही तरीका

Hanuman Chalisa:हनुमान चालीसा पाठ के नियम (Rules of Hanuman Chalisa Paath):
1. आह्वान : हनुमान चालीसा का पाठ करने के पहले कई लोग उनका और श्रीरामजी का आह्वान करके पाठ नहीं करते हैं।
2. समय : हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए समय निर्धारित करना चाहिए। कई लोग जब उनका मन करता है तब उसका पाठ करते हैं और जब मन करता है तब नहीं। यह गलती कई लोग करते हैं।
3. स्थान : हनुमान चालीसा एक पवित्र जगह पर बैठकर ही करना चाहिए। खासकर या तो आपके घर के पूजास्थल पर, मंदिर में, तीर्थ क्षेत्र में या पहले से नियुक्त साफ सफाई करके पवित्र की गई जगह पर। हर कहीं या सड़क पर इसका पाठ नहीं होता।

4. भक्त बनें : कई लोग हनुमान चालीसा का पाठ तब करते हैं जबकि उनके उपर कोई संकट आता है। कहते हैं कि दुःख में सुमिरन सब करे सुख में करै न कोय। जो सुख में सुमिरन करें तो दु:ख काहे को होऊ।
5. दोहे : कई लोग पाठ तो करते हैं लेकिन उसके दोहे नहीं पढ़ते हैं जो हनुमान चालीसा का ही अंग है।
6. अर्पण : हनुमान चालीसा का पाठ करने के पहले उनके चित्र या मूर्ति को पवित्र जल से पवित्र करके उन्हें तुलसी की माला या जनेऊ पहनाकर भक्ति भाव से उनकी पसंद का भोग अर्पण करके कई लोग हनुमान चालीसा नहीं पढ़ते हैं।
7. मध्यम स्वर : कई लोग हनुमान चालीसा का पाठ ऊंचे स्वर में अशुद्ध उच्चारण के साथ करते हैं या एकदम नीचे स्वर में इसका पाठ करते हैं। यह गलती सभी करते हैं।