Goat Farming: बकरी पालन के लिए मिलेगी 10 लाख रूपये की सब्सिडी, देखे क्या करना होगा, केंद्र सरकार की राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना वर्ष 2022-23 से स्वीकृत है। 27 दिसंबर 2021 को कैबिनेट की बैठक में यह बेहद अहम फैसला लिया गया है. इस फैसले में केंद्र सरकार बकरियों, भेड़ों और मुर्गियों के लिए 50 लाख रुपये की सब्सिडी देगी
बकरी पालन के लिए बेहद आकर्षक दरों पर कर्ज देने में नाबार्ड सबसे आगे है। यह विभिन्न वित्तीय संस्थानों जैसे: वाणिज्यिक बैंकों के सहयोग से उधारकर्ताओं को ऋण प्रदान करता है। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
बकरी पालन के लिए सरकार से मिलेगी बेहद सब्सिडी
Goat Farming: इस बिजनेस को बड़े पैमाने पर शुरू करने के लिए केंद्र सरकार से 25 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है. बता दें कि बकरी पालन का बिजनेस सिर्फ दूध का ही नहीं बल्कि इसके मांस का भी है। बकरी के मांस की मांग उसके दूध से कई गुना ज्यादा है। आज बकरी पालन कम लागत का साधन बनता जा रहा है।
बकरी पालन के लिए सब्सिडी की जानकारी (Goat Farming Subsidy)
Goat Farming: बकरी पालन के लिए सरकार से मिलेगी बेहद सब्सिडी ,देखे पूरी जानकारी

Goat Farming: केंद्र सरकार बकरी और भेड़ पालन के लिए 50 लाख रुपये की सब्सिडी देगी। साथ ही मुर्गी पालन के लिए 25 लाख रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं केंद्र सरकार ने सुअर पालन के लिए 30 लाख रुपये की सब्सिडी देने का अहम फैसला किया है इस योजना के लिए आपको व्यक्तिगत रूप से आवेदन करना होगा। इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिया गया है। योजना के लिए आवेदन कैसे करें, क्या जरूरी दस्तावेज हैं, पूरी जानकारी, हम आगे बढ़ेंगे।
लोन एवं सब्सिडी के लिए जरुरी दस्तावेज
चार पासपोर्ट साइज फोटो
वोटर आईडी,राशन कार्ड
आधार कार्ड,
जाति प्रमाण पत्र (for SC/ST applicants)
बकरी पालन का प्लान
जमीन के कागज
बकरी पालन के लिए लोन की जानकारी
Goat Farming: नाबार्ड योजना के साथ, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और गरीबी रेखा से नीचे के व्यक्ति बकरी पालन ऋण पर 33% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। ओबीसी और सामान्य वर्ग से संबंधित लोग 2.5 लाख रुपये तक के ऋण पर 25% तक की सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।

मुद्रा लोन योजना कृषि क्षेत्र को कवर नहीं करती है, इसलिए, आप बकरी पालन के लिए मुद्रा लोन का लाभ नहीं उठा सकते हैं। मुद्रा रुपये तक का व्यवसाय ऋण प्रदान करता है। गैर-कृषि क्षेत्र में लगे व्यक्तियों और व्यवसायों को 10 लाख। हालाँकि, अन्य ऋण योजनाएं और सब्सिडी हैं जिनका आप बकरी पालन के लिए लाभ उठा सकते हैं
बकरी पालन व्यवसाय
Goat Farming: बकरी पालन व्यवसाय पशुधन व्यवसाय में आता है। यह कृषि कार्य न होकर कॉमर्शियल कार्य होता है। बकरी से पैदा होने वाले बकरों का मांस और बकरी की दूध इस बिजनेस का उत्पादन होता है। बकरी के दूध से स्किन और फाइबर का प्रमुख स्रोत मिलता है, जिससे मोटा मुनाफा होता है। बकरी पालन एक ऐसे व्यवयास है जो लाभदायक होने के साथ लंबे समय तक टिकाऊ भी है। कॉमर्शियल बकरी पालन बड़े उद्यमियों, व्यापारियों, उद्योगपतियों और ग्रामीण उत्पादकों द्वारा किया जाता है।

बकरी पालन लोन
Goat Farming: पशुधन व्यवसाय को कच्चा माल का बिजनेस भी कहते हैं। क्योंकि इसमे कच्चे माल की बिक्री होती है। हालांकि मुनाफा बेहतर होता है। बकरी की खरीद, बकरी के खाने के लिए राशन और चारा की खरीद और बकरियों के लिए रहने के लिए छत या टिन शेड का निर्माण करने के लिए लोन मिलता है। इसमें सरकारी लोन और बिजनेस लोन शामिल है।
बकरी पालन के लिए मुख्य तौर से दो प्रकार का लोन मिलता है-
बकरी पालन शुरु करने के लिए बिजनेस लोन
बकरी पालन व्यवसाय का संचालन के लिए वर्किंग कैपिटल लोन
बकरी पालन शुरु करने के लिए बिजनेस लोन
Goat Farming: बकरी पालन का बिजनेस गैर कृषि कार्य व्यवसाय में आता है। जिसकी वजह से यह व्यवासाय एमएसएमई सेगमेंट में आता है। एमएसएमई सेगमेंट में आने के चलते सरकारी लोन के लिए पात्र हो जाता है। बकरी पालन व्यवसाय शुरु करने के लिए सरकारी योजनाओं में लोन मिलता है। जिस योजना में बकरी पालन शुरु करने के लिए लोन मिलता है, उस योजना का नाम पीएम मुद्रा लोन योजना है। मुद्रा लोन के तहत 50 हजार रुपये से 10 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन प्राप्त किया जा सकता है। इसके अतिरिक्कत बैंकों की अपनी योजनाओं में बकरी लोन मिलता है। बैंकों की बकरी पालन लोन योजना निम्नलिखित हैं-