Ekadashi ke Upay: इन उपायों को करने से व्यक्ति की समस्या तुरंत दूर होती है। जानिए ऐसे ही कुछ टोने-टोटकों के बारे में
Ekadashi ke Upay: सनातन धर्म में एकादशी तिथि को अत्यधिक शुभ माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी (अथवा ग्यारस) तिथि को भगवान विष्णु की प्रिय तिथि माना गया है। इस दिन किए गए दान-पुण्य का अखंड फल मिलता है।
कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्रीहरि की सच्चे मन से आराधना करने पर व्यक्ति का दुर्भाग्य और जन्म-मृत्यु के चक्र से पीछा छूट जाता है। मृत्यु के पश्चात् वह मोक्ष प्राप्त करता है। इस बार एकादशी 18 मार्च 2023, शनिवार को आ रहा है।
Ekadashi ke Upay: शास्त्रों में एकादशी के उपाय बताए गए हैं। ज्योतिषी मोहर सिंह के अनुसार इन उपायों को करने से व्यक्ति की समस्या तुरंत दूर होती है। उसका दुर्भाग्य नष्ट होकर सौभाग्य जाग उठता है। जानिए ऐसे ही कुछ टोने-टोटकों के बारे में

एकादशी पर करें ये उपाय
एकादशी के दिन आप नर्सरी से गेंदे का पौधा लाकर उसे छत पर रखें। ऐसा करने से गुरु की अनुकूलता प्राप्त होती है और भाग्य चमक उठता है।
एकादशी का उपाय (Ekadashi Ke Upday) करके आप आर्थिक समृद्धि भी पा सकते हैं। घर में तुलसी के पौधे को ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में रखना चाहिए। ग्यारस के दिन सूर्यास्त के समय इस तुलसी के पौधे के निकट गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे पैसों की तंगी दूर होती है।
Ekadashi ke Upay: इस दिन सुबह जल्दी उठ कर किसी मंदिर में स्थित पीपल अथवा बरगद के पेड़ के पास जाएं। उसे पानी से सींचें तथा उसमें देसी घी का दीपक जलाएं। इसके बाद वहां पर थोड़ी देर शांति से बैठकर भगवान का नाम स्मरण करें और घर वापिस आ जाएं। यह उपास मानसिक अशांति और तनाव को दूर करता है। स्वास्थ्य से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याएं भी इससे दूर हो जाती हैं।
Ekadashi ke Upay:कल एकादशी जरूर करें ये उपाय तो खुल जाएगी बंद किस्मत

Ekadashi ke Upay: एकादशी के दिन सभी तरह के तामसिक भोजन (मांस, मदिरा, अंडा, मछली, लहसुन-प्याज, तेज नमक-मिर्च आदि) से दूर रहना चाहिए। यदि हो सके तो इस दिन फलाहार करना चाहिए। ऐसा करने से भी भाग्य मेहरबान होता है।
Ekadashi ke Upay: एकादशी के दिन किसी विष्णु मंदिर में जाकर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। उन्हें पीले रंग के पुष्प, माला, वस्त्र, मिठाई अर्पित करें। गाय के घी का दीपक जलाएं। भगवान को पीले केसर या चंदन का तिलक लगाएं। इससे भी सूर्य तथा गुरु ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है और जन्मकुंडली में अशुभ चल रहे ग्रहों का शुभ प्रभाव मिलता है।