Crime news नोएडा पुलिस ने प्रिंटर की मदद से घर के अंदर जाली नोट छापने के आरोपी युवक को गिझौड़ से गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 4750 नकली रुपये, अधबने नोट और प्रिंटर बरामद हुआ है। वह रात में इन नोट को बाजार में चलाता था। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है।
नोएडा जोन के एसीपी-2 रजनीश वर्मा ने बताया कि रविवार को सेक्टर-24 थाना पुलिस की टीम ने सूचना के आधार पर सेक्टर-53 सर्विस रोड से एक आरोपी को नकली नोटों के साथ पकड़ा गया है। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपी की पहचान बिहारी कॉलोनी गिझौड़ निवासी जानकी यादव के रूप में हुई। आरोपी मूल रूप से तरबगंज गोंडा का रहने वाला है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह काफी दिन से गिझौड़ में किराये के मकान में रहता है।

वह असली नोट की फोटोकॉपी करके नकली नोट तैयार करता है और उनको बाजार में चलाता है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसके कमरे से एक प्रिंटर, 4750 रुपये के नकली नोट, 590 रुपये के असली नोट, 99 पेपर पर नकली 198 अधबने नोट, दो रिम कागज बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ सेक्टर-24 थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की है।
पहले भी पकड़ा जा चुका : आरोपी जानकी यादव पिछले तीन माह से नोएडा में काम कर रहा था। वह अब तक लगभग डेढ़ से दो लाख रुपये के नकली नोट छाप चुका था। वह अपने पांच साथियों के साथ पहले भी गजियाबाद के खोड़ा में नकली नोट छापते हुए पकड़ा गया था। जेल से छूटने के बाद उसने नोएडा में यह काम शुरू कर दिया था।
50 के नोट छापता था : पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अधिकतर पचास रुपये के नकली नोट कलर प्रिंटर के माध्यम से असली नोट की कॉपी करके छापता था। छोटे नोट होने के कारण वह इन नोटों को अधिकतर शाम के समय बाजार में चलाता था जिसके कारण ये आसानी से चल जाते थे। पुलिस ने बरामद 50 रुपये के नोट को पानी में डुबोया तो नोट का पूरा रंग निकल गया और सफेद कागज रह गया।
संचालक जेल में बंद
आरोपी से हुई पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग का मुख्य संचालक गोंडा निवासी अर्जुन गोस्वामी है। वह वर्ष 2019 में खोड़ा में पकड़ा गया था और फिलहाल गोंडा जेल में बंद है।
ऐसे करें असली और नकली की पहचान
समतल पर रखने पर नोट के अंकों का रंग हरा दिखाई देता है, लेकिन जब इन्हें थोड़ा घुमाया जाए तो यह नीले रंग में बदल जाता है। लाइट के सामने रखने पर नोट में 500 लिखा दिखता है। आंख के सामने 45 डिग्री के एंगल पर नोट रखेंगे तो 500 लिखा दिखेगा। देवनागरी में भी 500 लिखा होता है। असली नोट में दायीं तरफ में नीचे 2000 का अंक हरे से नीले रंग में बदलने वाली स्याही में लिखा होता है और दायीं तरफ अशोक स्तंभ का चिह्न होता है।
पहले भी हुए खुलासे
01 फरवरी 2021 : नोएडा में नकली नोट छापने वाले तीन लोगों को पुलिस ने बहलोलपुर गांव के पास गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से कंप्यूटर, प्रिंटर और नकली नोट बनाने में प्रयोग होने वाले कागज, डाई बरामद हुई थी।
8 फरवरी 2018 : ग्रेटर नोएडा पुलिस ने हबीबपुर गांव में एक मकान में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था जबकि गिरोह का सरगना फरार हो गया था। पुलिस ने 5.94 लाख के नकली नोट और एक प्रिंटर बरामद किया था।
7 जुलाई 2021 : फेज-2 पुलिस ने नकली नोटों का धंधा करने वाले गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से पुलिस ने लगभग 18 लाख 60 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए थे।