Chaitra Navratri: 22 मार्च से होगी चैत्र नवरात्री प्रारम्भ,देखे शुभ मुहूर्त से लेकर कलश पूजा स्थापना तक चैत्र नवरात्री को जल्द होने जा रहा है 22 मार्च को देखे नवरात्रि की शुरुआत पहले दिन ही घट स्थापना से की जाती है। तो आइए जानते हैं नवरात्रि के पहले दिन किस शुभ मुहूर्त में घटस्थापना करना उत्तम रहेगा,देखे मुहूर्त से लेकर पूजा विधि-
Chaitra Navratri: घटस्थापना के लिए द्विस्वभाव लग्न को उत्तम माना जाता है। इसलिए इस दिन वैधृति योग मुहूर्त में घच और चित्रा नक्षत्र नहीं है। इसके अलावा आप चाहे तो मीन और मिथुन लग्न में भी घट स्थापना कर सकते हैं। नवरात्रि के पहले दिन बुधवार है तो इस दिन अभिजीत मुहूर्त प्रयुक्त नहीं है। तो आइए जानते हैं आपके शहर में किस मुहूर्त में घटस्थापना करना उपयुक्त रहेगा!

Chaitra Navratri: प्रमुख Cities में चैत्र नवरात्रि घटस्थापा का Shubh Muhurth
Delhi सुबह 6 बजकर 45 मिनट से 7 बजकर 31 मिनट तक।
colcata सुबह 5 बजकर 57 मिनट से 6 बजकर 52 मिनट तक।
चंड़ीगढ़ सुबह 6 बजकर 29 मिनट से 7 बजकर 31 मिनट तक।
देहरादून सुबह 6 बजकर 24 मिनट से 7 बजकर 27 मिनट तक।
Mumbai सुबह 6 बजकर 58 मिनट से 7 बजकर 57 मिनट तक।
चेन्नई सुबह 6 बजकर 25 मिनट से 7 बजकर 31 मिनट तक।
लखनऊ सुबह 6 बजकर 13 मिनट से 7 बजकर 19 मिनट तक।
Patna सुबह 5 बजकर 55 मिनट से 7 बजकर 3 मिनट तक।
Bhopal सुबह 6 बजकर 27 मिनट से 7 बजकर 36 मिनट तक।
हैदराबाद सुबह 6 बजकर 22 मिनट से 7 बजकर 37 मिनट तक।
Chaitra Navratri 22 मार्च से होगी प्रारम्भ,देखे मुहूर्त से लेकर पूजा विधि

घटस्थापना की Pooja विधि
Chaitra Navratri: घट स्थापना के लिए चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन मिट्टी का कलश लें और उसे शुभ मुहूर्त में ईशान कोण में स्थापित कर दें। घट स्थापना से पहले थोड़े से चावल डालें इसके बाद कलश इसके ऊपर रखें और कलश के ऊपर एक लाल चुनरी से नारियल बांधकर रख दें। याद रखें की एक रुपए का सिक्का जल में जरूर डाले। साथ ही कलश पर कलावा जरुर बांधे। कलश पर स्वास्तिक जरुर बनाएं। इस बात का ख्याल रखें की आप जहां कलश की स्थापना कर रहें हैं वह जगह साफ हो। साथ ही ध्यान रखें की पूजा स्थल के ऊपर कोई भी अलमारी या सामान न हो।