Tuesday, March 21, 2023
Homeमध्यप्रदेशCM Shivraj की बड़ी घोषणा – किसानों से बड़ी अपील, किसानों...

CM Shivraj की बड़ी घोषणा – किसानों से बड़ी अपील, किसानों को मिलेगा 1700 करोड़ रुपए का लाभ,जाने पूरी खबर

सीएम शिवराज ने किसानों से चर्चा की।

भोपाल/सीहोर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शाम 4:00 बजे रीवा में किसान कल्याण योजना के तहत द्वारा किसानों को बड़ा तोहफा (farmers) देंगे। उससे पहले उन्होंने किसानों से नेचुरल फार्मिंग पर जोर देने की बात कही है। सीहोर में कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने किसानों से चर्चा की।

इस दौरान उन्होंने कहा कि 5 एकड़ भूमि पर खरीफ की फसल से मैं भी प्राकृतिक खेती शुरू करूँगा। इसके साथ ही उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह अपने खेत के आधे हिस्से में प्राकृतिक खेती शुरू करें। साथ ही उन्होंने नर्मदा को लेकर बड़ी घोषणा की है।

CM Shivraj ने कहा कि गोहितः क्षेत्रगामी च, कालज्ञो बीज-तत्परः। वितन्द्रः सर्व शस्याढ्यः, कृषको न अवसीदति॥ अर्थात् जो गोधन का, पशुधन का हित जानता हो, मौसम-समय के बारे में जानता हो, बीज के बारे में जानकारी रखता हो, और आलस न करता हो, ऐसा किसान कभी परेशान नहीं हो सकता, गरीब नहीं हो सकता।

CM Shivraj

वहीँ CM Shivraj  ने कहा कि मृदा के पोषक तत्वों को बचाना और धरा को स्वस्थ बनाए रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। मुझे बताते हुए प्रसन्नता है की प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। हम प्राकृतिक खेती के मामले में देशभर में नंबर वन है।

प्राकृतिक खेती के संबंध में अब से कुछ ही देर में नसरुल्लागंज के किसानों से वीसी के माध्यम से जुडूंगा एवं हम कैसे इसे बढ़ावा देकर धरा को स्वस्थ बनाने में योगदान दे सकते हैं। इस विषय पर चर्चा करूंगा।

CM Shivraj  ने कहा मेरे किसान मित्रों प्राकृतिक खेती के जो लाभ है यह पूरी तरह से कुदरती खेती है। यह भूमि की उपजाऊ क्षमता बढ़ाती है। इसमें रासायनिक खाद, कीटनाशक की जरूरत नहीं पड़ती है।

इसमें पानी भी कम लगता है मेरे किसान मित्रों प्राकृतिक खेती के जो लाभ है। यह पूरी तरह से कुदरती खेती है। यह भूमि की उपजाऊ क्षमता बढ़ाती है। इसमें रासायनिक खाद, कीटनाशक की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें पानी भी कम लगता है

सीएम ने कहा प्राकृतिक खेती से जो हम अन्न, सब्जियां, फल-फूल का उत्पादन करेंगे। उसका दाम भी हमें अच्छा मिलेगा। आज से प्रदेश के 17 जिलों में प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ हुआ है।

प्रदेश के सभी जिलों में प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेंगे। सीएम ने कहा हमने तय किया है कि जो किसान प्राकृतिक खेती करेगा, उसके पास यदि गाय नहीं है और वह गाय खरीदता है तो गाय के आहार के लिए हर महीने 900 रुपए दिया जाएगा।

प्राकृतिक खेती केवल कर्मकांड नहीं है, धरती को बचाने का अभियान भी है। नदियों को बचाने का अभियान है। इंसान की जिंदगी को बचाने का भी अभियान है। ये धरती केवल मनुष्यों के लिए नहीं है, पशु-पक्षी, कीट-पतंगे, जीव-जंतुओं के लिए भी है प्राकृतिक खेती से उत्पादन भी नहीं घटता।

इससे फसलें, फल और सब्जियां पूरी तरह से दोष रहित और पौष्टिक तत्वों से भरपूर रहती हैं, स्वाद भी उनका अद्भुत और अलग होता है। इसलिए प्राकृतिक खेती 21वीं सदी की खेती है

नर्मदा पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, कीट-पतंगे भी जीते हैं, पशु-पक्षी भी जीते हैं। अपने लिए जिए तो क्या जिए। जीता वास्तव में देश के लिए जीता है, समाज के लिए जीता है, किसी बड़े काम के लिए जीता है और ऐसा ही यशस्वी जीवन स्वर्गीय अनिल माधव दवे जी ने जिया। मैं स्वर्गीय अनिल माधव दवे जी के चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं। वो व्यक्ति नहीं, संस्था थे

स्वर्गीय अनिल माधव दवे जी ने एक नहीं अनेकों कार्य किए। जिनमें से एक प्रमुख कार्य मां नर्मदा के प्रति उनका जो अनुराग था। लगातार उन्होंने परिक्रमा की।अमरकंटक से लेकर खंभात की खाड़ी तक वह गए।

नर्मदा समग्र का गठन किया।एक नहीं,कई नदी उत्सव का मैं खुद साक्षी हूं। आज मैं स्वर्गीय अनिल माधव दवे जी के चरणों में इस संकल्प के साथ प्रणाम करता हूं कि अनिल जी आप जो काम अधूरे छोड़कर गए हैं। उसे पूरा करने में हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे

सीएम ने कहा हमारा सतपुड़ा, विंध्याचल ये दोनों नर्मदा जी के भाई हैं। इन पर बड़े-बड़े साल, सागौन, साज, घिरिया के पेड़ थे। नर्मदा जी के दोनों तटों पर खेत नहीं, जंगल थे पेड़ कभी किसान नहीं काटता था, लेकिन मैंने बचपन में देखा कि 1965 के आसपास जब मैकेनाइजेशन का जमाना आया। बड़े-बड़े चेन वाले ट्रैक्टरों ने परती जमीन तोड़कर पेड़ सहित उखाड़ देते थे। मैंने नर्मदा का विंध्वस अपनी आंखों से देखा। इसे किया किसने, हम सभी ने किया।

CM Shivraj  ने कहा खेती के लायक जमीन बनाते-बनाते नर्मदा जी के दोनों तटों के तरफ पेड़ लगभग-लगभग समाप्त हो गए। जब पेड़ नहीं रहेंगे, घास नहीं रहेंगे तो मिट्टी का कटाव होगा।अमरकंटक में भी नर्मदा मैया की धार सिकुड़ती जा रही है।हमने बाकी नदियों को भी बर्बाद करने का महापाप किया है। कई जगह हम जाते हैं तो लोग कहते हैं कि हैंडपंप में पानी नहीं है। पहले 30-40 फीट पर पानी निकल जाता था।

https://anokhiaawaj.com/this-video-of-nirahua-broke-the-record-of-viral-mm/

Office Tips: ऑफिस में भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना इंक्रीमेंट पर पड़ेगा बुरा असर

Black spot on feet: पैरों के काले धब्बों को कम करने के लिए, अपनाएं यह घरेलू उपाय

Urfi Javed Replies Rahul Vaidya: इस बड़े सिंगर ने फैशन सेंस को लेकर किया टार्गेट, उर्फी ने भी दिया ये धमाकेदार जवाब

Tata Harrier, Safari, Nexon, Tiago, Tigor पर 45000 रुपये तक का Offer, कीमत 5.37 लाख रुपये से शुरू

निचे दिए गये बटन को दबाकर शेयर करें
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments