Ayushman Yojana:आयुष्मान भारत योजना को पूरे देश में लागू करने में कई तरह की मुश्किलें आईं, जिन्हें धीरे-धीरे दूर किया जा रहा है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने राज्यों को दिशा-निर्देश भेजकर कहा था कि राज्यों के पास विभिन्न मुफ्त स्वास्थ्य योजनाओं और केंद्र की आयुष्मान योजना ( Ayushman Bharat Yojana ) का कार्ड होना चाहिए।
Ayushman Yojana: भारत सरकार के बीपीएल ( BPL ) कार्डधारकों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मुहैया ( provided ) कराने वाली आयुष्मान भारत योजना को देशभर में लागू करने में काफी दिक्कतें आईं, जिसे चरणबद्ध ( Phased out ) तरीके से खत्म किया जा रहा है.
सितंबर 2021 में सरकार ने राज्यों को गाइडलाइंस ( Guidelines ) भेजी थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने राज्यों को दिशा-निर्देश भेजकर कहा था कि राज्यों के पास विभिन्न मुफ्त स्वास्थ्य योजनाओं और केंद्र की आयुष्मान योजना का कार्ड होना चाहिए।
Ayushman Yojanaराज्यों से बातचीत के बाद किए गए बदलाव
अलग-अलग राज्यों में ऐसी 20 योजनाएं चल रही थीं। राज्यों के परामर्श से कार्ड में बदलाव किए गए हैं। अब भारत सरकार और राज्य सरकारों को समान ऋण मिलेगा। ये कार्ड ( card ) राज्य की अंग्रेजी और स्थानीय भाषाओं में बनाए जाएंगे।
कार्ड बनाने का पूरा खर्च एनएचए ( NHA ) यानी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण वहन करेगा। को-ब्रांडिंग की इस योजना को 33 में से 31 राज्यों ने अपनाया है। तमिलनाडु और तेलंगाना से बातचीत चल रही है। हालांकि, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने अभी तक आयुष्मान योजना को लागू नहीं किया है।
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जॉय के तहत आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को पूरे परिवार का 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है। बीपीएल ( BPL ) धारकों को यह कार्ड मिलता है, जिसके जरिए वे किसी भी अस्पताल ( hospital ) में 5 लाख तक का इलाज ( Treatment ) करा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत 27 विशिष्टताओं में 1949 उपचार शामिल हैं।
Ayushman Yojana

सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आधार पर इस योजना के 10 करोड़ 74 लाख लाभार्थी परिवारों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत अब तक 18.81 करोड़ लोगों का सत्यापन किया जा चुका है, जिसमें से 14.12 करोड़ लोगों के कार्ड बन चुके हैं।