Akshay Kumar2022: बॉलीवुड फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नहीं चल रही हैं और एक के बाद एक पिट रही हैं. अक्षय कुमार भी इस ट्रेंड के शिकार हुए हैं.
नतीजा यह कि उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है. आने वाली फिल्मों में उन्होंने अपनी फीस कम करने का फैसला लिया है. एक फिल्म के लिए अमूमन 75 करोड़ रुपये लेने वाले अक्षय अब 9 से 18 करोड़ ही लेंगे. लेकिन जिन फिल्मों के वह प्रोड्यूसर नहीं होंगे, उनके प्रॉफिट में वह 50 फीसदी के भागीदार रहेंगे.
अक्षय जिन फिल्मों के प्रोड्यूसर होते हैं, उनमें मुनाफे का 80 से 85 फीसदी हिस्सा लेते हैं. यही कारण है कि पैडमेन जैसी छोटे बजट फिल्म ने भले ही 60 करोड़ कमाई की थी, लेकिन अक्षय को बड़ा फायदा हुआ था.
हाल में अक्षय ने कहा था कि वह अपनी फिल्में फ्लॉप होने की जिम्मेदारी खुद लेते हैं. उन्हें महसूस हो रहा है कि फिल्में पीटने से प्रोड्यूसर्स को अच्छा खासा नुकसान होता है.
Akshay Kumar2022:रक्षा बंधन फ्लॉप होने का बाद उन्होंने साफ कहा कि अगर मेरी फिल्में फ्लॉप हो रही हैं तो इसके लिए कहीं न कहीं मैं भी जिम्मेदार हूं. फिल्म ट्रेड में कहा जा रह है कि इन्हीं सब बातों को देखते हुए उन्होंने फीस कम लेने का फैसला किया है.
ट्रेड के मुताबिक दरअसल अक्षय ने आमिर खान का तरीका अपनाया है. आमिर फिल्म में अपनी फीस कम रखते हैं.
लेकिन फिल्म में उनका बड़ा शेयर होता है. यही कारण है कि आमिर ने दिल चाहता है और धूम 3 से अच्छा खासा पैसा कमाया क्योंकि यह हिट फिल्में थी.
क्या करेंगे दूसरे सितारे
Akshay Kumar2022:अक्षय कुमार द्वारा फिल्म फ्लॉप होने की जिम्मेदारी लेने और फीस कम करने के बाद अब निर्माताओं की नजर दूसरे सितारों पर हैं.
वैसे कई निर्माता दबी जुबान में मांग करने के लगे हैं कि सितारों को अपनी फीस कम करनी चाहिए. स्टार्स की फीस इतनी ज्यादा होती है कि फिल्म का पचास से साठ फीसदी हिस्सा उसी में चला जाता है.
Akshay Kumar2022: अक्षय कुमार ने किया कुछ ऐसा काम, दूसरे हीरो की बढ़ सकती है परेशानी जानिए पूरी खबर

Akshay Kumar2022:इन सितारों फीस के कारण फिल्मों का बजट भी काफी बढ़ जाता है. तय है कि अक्षय के फीस घटाने की खबर का दूसरे सितारों पर भी असर पड़ेगा.
भले ही उन्हें फीस कम करना अच्छा नहीं लगेगा, लेकिन मैदान में बने रहने के लिए उन्हें निर्माताओं के साथ सहयोग करते हुए, अपनी फीस की शर्तें तो बदलनी ही पड़ेंगी. उन्हें भी फिल्म फ्लॉप होने की जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी. घाटे में शेयर करना पड़ेगा.